दिल में कई कसक लिए बैठे हैं कुछ यूं ही तो कुछ के सबब लिए बैठे हैं कहने को तो नहीं था कहना मुश्किल पर अलफ़ाज़ ये किसी की तलब लिए बैठे हैं
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